𝓗𝓲𝓼𝓽𝓸𝓻𝔂 𝓘𝓷 𝓗𝓲𝓷𝓭𝓲 - Page 118 of 124 - देश-दुनिया के बारे में अपना ज्ञान बढ़ाओ

HISTORY GK-important questions and answers for tgt,pgt history

इस ब्लोग्स में हम tgt और pgt परीक्षा में आने वाले संभावित प्रश्नों की एक हल प्रश्नोत्तरी लेकर आये हैं। हड़प्पा सभ्यता से सम्बंधित इम्पोर्टेन्ट प्रश्न जो अधिकांश प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं उन्हीं प्रश्नों को इस ब्लोग्स में हल किया गया है।   History GK 1. वह प्रमुख हड़प्पाकालीन नगर जहाँ विशाल एवं … Read more

सोलह महाजनपद: इतिहास और विस्तार | Sixteen Mahajanapadas: History and Expansion in Hindi

भारत के सांस्कृतिक इतिहास का प्रारम्भ अति प्राचीन काल में हुआ किन्तु उसके राजनीतिक इतिहास का प्रारम्भ अपेक्षाकृत बहुत बाद  में हुआ। राजनैतिक इतिहास का प्रारम्भ तब से माना जाता है जहां से सुनिश्चित तिथिक्रम प्रारम्भ होता है, इस दृष्टि से भारत के राजनैतिक इतिहास का प्रारम्भ ईसा पूर्व सातवीं शताब्दी के मध्य ( 650 … Read more

जैन धर्म: इतिहास और उसकी शिक्षाएं हिंदी में | History of Jainism in Hindi

प्रारम्भ में जैन धर्म को बौद्ध धर्म की एक शाखा मात्र माना जाता था किंतु बाद में विद्वानों ने इस बात का पता लगाया कि जैन धर्म बौद्ध धर्म की शाखा न होकर स्वयं में एक स्वतंत्र धर्म है।  दोनों मतों को एक इसलिए समझा गया क्योंकि दोनों कर्म और अहिंसा के समर्थक थे।  इसी … Read more

वैदिक कालीन ग्रन्थ: जानिए अपने सबसे प्राचीन ग्रंथों को, वेद, ब्राह्मण ग्रंथ, उपनिषद, आरण्यक, वेदांग

भारत का प्राचीन साहित्य-वैदिक कालीन ग्रन्थ विश्व में सबसे प्राचीन है। ‘जानिए अपने सबसे प्राचीन वैदिक कालीन ग्रन्थ को वेद, ब्राह्मण, उपनिषद, आरण्यक, वेदांग’ जब विश्व के अधिकांश देश लेखन कला से परिचित भी नहीं थे हमारे प्राचीन ऋषि-मुनि वेदों की रचना कर चुके थे यद्यपि यह पीढ़ी दर पीढ़ी मौखिक रूप से हस्तांतरित होते … Read more

हड़प्पा सभ्यता से संबंधित इम्पोर्टेन्ट प्रश्नोत्तरी

दोस्तों हड़प्पा सभ्यता से संबंधित इम्पोर्टेन्ट  प्रश्नों की प्रश्नोत्तरी लेकर आये है। इसे हमने तीन भागों में बांटा है जिसमें 50 परीक्षोपयोगी प्रश्नोत्तर की प्रथम श्रृंखला आपके लिए लाये हैं। आगामी टीजीटी और पीजीटी इतिहास की परीक्षा में हमें उम्मीद है यह आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी।  अगर हमारा यह प्रयास पसंद आये तो अपने … Read more

वैदिककालीन वर्ण व्यवस्था: इतिहास और उसके उत्पत्ति संबन्धी सिद्धांत ?

प्राचीन भारतीय सामाजिक ढांचे को समझने के लिए आवश्यक है कि पहले वर्ण और जाति के स्वरुप को समझ लिया जाए। ऋग्वैदिक वर्ण वयवस्था के अनुसार वर्ण का निर्धारण कर्म से माना गया और समाज को उसी आधार पर – ब्राह्मण , क्षत्रिय, वैश्य,  शूद्र के अलग-अलग वर्ण निर्धारित किये गए। सामजिक स्थिति और शुद्धता … Read more

ब्रिटिश उपनिवेशवाद का भारतीय शिक्षा पर प्रभाव

भारत में प्रारम्भ में आने वाले यूरोपीय व्यापारी एक नई सभ्यता और संस्कृति के ध्वजवाहक थे। इन यूरोपीय व्यापारियों में  ब्रिटिश व्यापारियों ने भारत को कहीं ज्यादा प्रभावित किया।  इस ब्लोग्स में हम ‘ब्रिटिश उपनिवेशवाद का भारतीय  शिक्षा पर प्रभाव’ का अध्ययन करेंगे। भारत आने  वाले यूरोपियन व्यापारियों के तौर-तरीके भारतीयों से बिलकुल भिन्न थे। … Read more

भारत विभाजन के मूल कारण: जानिए भारत विभाजन के वास्तविक कारणों को

भारत का विभाजन इतिहास की महान दुर्घटना थी। यह सब अंग्रेजों की प्राचीन निति ‘बांटों और राज्य करों’ तथा मुस्लिम लीग की साम्प्रदायिक सोच का परिणाम थी ! बहुत से भारतीय विभाजन के लिए नेहरू-गाँधी और कांग्रेस को मुख्य रूप से जिम्मेदार मानते हैं। ‘भारत विभाजन के मूल कारण,जानिए भारत विभाजन के वास्तविक कारणों को’ … Read more

आधुनिक भारतीय इतिहास GK: महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर

उत्तर प्रदेश में आगामी कुछ माह में शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में tgt social science और pgt history के भी काफी प्रतियोगी सम्मिलित होंगे इसीलिए मैं आधुनिक भारतीय इतिहास GK महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर, tgt,pgt, ke liye history ke important questions आपके लिए लेकर आया हूँ।  इस ब्लॉग में बहुत … Read more

प्राचीन संस्कृत साहित्य: स्त्री और शूद्र का स्थान

शूद्र और स्त्री के संबंध में प्राचीन साहित्य में जिस प्रकार के उल्लेख प्राप्त होते हैं उन्हीं के आधार पर इन दोनों का सदियों तक शोषण किया जाता रहा और इनकी प्रगति के मार्ग अवरुद्ध कर दिए गए। प्राचीन संस्कृत साहित्य में स्त्री और शूद्र का स्थान prachin kaal me shudra aur striyon ki sthiti … Read more