पिंगली वेंकैया जयंती 2022: कौन हैं पिंगली वेंकैया, जिनकी जयंती पर पीएम मोदी आज जारी करेंगे डाक टिकट-हम सभी भारतवासी भलीभाँति जानते हैं कि भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है। इसे डिजाइन करने वाले का नाम है- पिंगली वेंकैया, जिनकी आज जयंती है।
पिंगली वेंकैया जयंती 2022: कौन हैं पिंगली वेंकैया, जिनकी जयंती पर पीएम मोदी आज जारी करेंगे डाक टिकट

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. अपने ट्वीट में उन्होंने कहा…
‘मैं महान पिंगली वेंकैया को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देता हूं। हमें तिरंगा देने के उनके प्रयासों के लिए हमारा देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा, जिस पर हमें बहुत गर्व है। आइए हम तिरंगे से शक्ति और प्रेरणा लेते हुए राष्ट्र की प्रगति के लिए कार्य करते रहें।”
Let’s remember Pingali Venkayya, the architect of the Indian National Flag, on his birth anniversary. His design has given an identity not only to India but its people too. #MyGovMorningMusings pic.twitter.com/lWI2tTAjdz
— MyGovIndia (@mygovindia) August 2, 2022
2 अगस्त का है तिरंगे से खास रिश्ता
पीएम मोदी ने 31 जुलाई को मन की बात में पिंगली वेंकैया का भी जिक्र किया था. उन्होंने कहा था, ”2 अगस्त का हमारे तिरंगे से खास जुड़ाव है. यह दिन हमारे देश को डिजाइन करने वाले पिंगली वेंकैया जी की जयंती का प्रतीक है। मैं उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
इस दौरान उन्होंने कहा, ‘हमारे राष्ट्रीय ध्वज की बात करते हुए मैं महान क्रांतिकारी मैडम कामा (भीकाजी कामा) को भी याद करूंगा. तिरंगे को आकार देने में उनकी भूमिका काफी अहम रही है.
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पिंगली वेंकैया की स्मृति में प्रधानमंत्री मोदी एक डाक टिकट जारी करेंगे
पीएम मोदी पिंगली वेंकैया की याद में एक विशेष स्मारक डाक टिकट जारी करेंगे। पिंगली द्वारा डिजाइन किया गया मूल ध्वज भी आज नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में दिखाया जाएगा। भारत सरकार ने भी समारोह में शामिल होने के लिए पिंगली के परिवार को निमंत्रण भेजा है। गृह मंत्री अमित शाह उनका अभिनंदन करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री अपने परिवार से भी बातचीत करेंगे.
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पिंगली वेंकैया के जीवन से जुड़ी बड़ी बातें
- पिंगली वेंकैया का जन्म 2 अगस्त 1876 को आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में एक तेलुगु ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
- उनके पिता का नाम हनुमंतरायुडु और उनकी माता का नाम वेंकटरमन्ना था।
- वेंकैया ने मद्रास में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय चले गए।
- उन्होंने रेलवे में गार्ड के रूप में भी काम किया।
- 19 साल की उम्र में वह ब्रिटिश सेना में जनरल बन गए।
- दक्षिण अफ्रीका में महात्मा गांधी से मिले।
- पिंगली का सपना था कि भारत का अपना राष्ट्रीय ध्वज हो।
उन्होंने भारतीय झंडे को डिजाईन करने के उद्देश्य से 1916 से 1921 तक कई देशों का भ्रमण किया और उनके झंडों का अध्ययन किया। - विजयवाड़ा में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में पिंगली वेंकैया ने महात्मा गांधी को लाल-हरे झंडे (हिन्दू और मुस्लिम धर्मों के संदर्भ में) का डिज़ाइन दिखाया।
- गांधीजी के सुझाव पर उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज में सफेद रंग को शामिल किया, जिसे शांति का प्रतीक माना जाता है।
- तिरंगा अपनाने का प्रस्ताव 1931 में पारित किया गया था, जिसके बाद देश को केसरिया, सफेद और हरे रंग की सफेद पट्टी पर चरखे के साथ तिरंगा मिला।
- 14 जुलाई 1947 में तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया था।
- कुछ समय बाद तिरंगे में संशोधन करते हुए चरखे को हटाकर अशोक चक्र को शामिल कर लिया गया।
- 1963 (4 जुलाई ) में पिंगली वेंकैया की मृत्यु हो गई।
- भारतीय डाक विभाग ने 2009 में उनके सम्मान में एक डाक टिकट जारी किया था।
पीएम मोदी ने बदली सोशल मीडिया की डीपी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोशल मीडिया (ट्विटर) पर अपनी डीपी बदल कर भारतीय राष्ट्र ध्वज को अपनी डीपी में लगया है. उन्होंने कहा, ‘आज 2 अगस्त भारत के लिए एक विशेष दिन है! ऐसे समय में जब हम स्वतंत्रता का अमृत उत्सव मना रहे (आजादी के 75 वर्ष) हैं, हमारा देश तिरंगा फहराने के लिए सामूहिक आंदोलन ‘हर घर तिरंगा’ के लिए हर भारतवासी उत्सुक है। मैंने अपने सोशल मीडिया पेजों (फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम सहित) पर डीपी बदल दी और उसमें भारतीय ध्वज को लगाया है और मैं आप सभी भारतवासियों से भी ऐसा करने का आग्रह करता हूं।