What is Zoonotic Langya Virus, Symptoms and Prevention, Information in Hindi

What is Zoonotic Langya Virus, Symptoms and Prevention, Information in Hindi

Share This Post With Friends

जूनोटिक लैंग्या वायरस-Zoonotic Langya Virus: अब चीन में मिला ‘ज़ोनोटिक लैंग्या वायरस’, 35 लोग संक्रमित, जानिए कितना खतरनाक है ये वायरस-What is Zoonotic Langya Virus, Symptoms and Prevention, Information in Hindi

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now
What is Zoonotic Langya Virus, Symptoms and Prevention, Information in Hindi

What is Zoonotic Langya Virus, Symptoms and Prevention, Information in Hindi

जूनोटिक लैंग्या वायरस-Zoonotic Langya Virus: पहले कोरोना वायरस फिर मंकीपॉक्स वायरस और अब चीन में एक और नया वायरस मिला है, इस नए वायरस का नाम है- जूनोटिक लैंग्या वायरस। चीन में अब तक इस वायरस से 35 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जानिए क्या है यह वायरस और इससे कितना नुकसान हो सकता है। कितना सतर्क रहने की जरुरत है भारत को।

जूनोटिक लैंग्या वायरस-Zoonotic Langya Virus: कोरोना वायरस का प्रकोप अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ था कि मंकीपॉक्स वायरस ने डराना शुरू कर दिया था और अब एक और नया वायरस पाया गया है जो अब तक 35 लोगों को संक्रमित कर चुका है। यह वायरस है – जूनोटिक लैंग्या वायरस-Zoonotic Langya Virus।

What is Zoonotic Langya Virus, Symptoms and Prevention, Information in Hindi

चीन में इस वायरस का पता चला है। लैंग्या हेनिपावायरस (Langya henipavirus) चीन के शेडोंग और हेनान प्रांतों में पाया गया है। न्यूज़ एजेंसी ताइपे टाइम्स के मुताबिक, यह वायरस जानवरों से इंसानों में फैल सकता है। ताइवान सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के मुताबिक, अब तक करीब 35 लोग जूनोटिक लैंग्या वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ताइवान इस वायरस के संक्रमण की पहचान और निगरानी के लिए न्यूक्लिक एसिड टेस्टिंग के तरीके शुरू करेगा।

ALSO READ-पेपिलोमा क्या है और इसका इलाज कैसे कराएं  सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में

ताइवान ने बताया- स्टडी में यह बात सामने आई है

ताइवान के सीडीसी के उप महानिदेशक चुआंग झेन-सियांग ने रविवार को जानकारी दी कि इस वायरस के बारे में अध्ययन से पता चला है कि वायरस का मानव से मानव में संचरण यानि यह इंसान से इंसान में नहीं फैलता है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सीडीसी अभी यह नहीं कह सकता कि वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैल सकता है। उन्होंने लोगों से इस बारे में तब तक सतर्क रहने को कहा है, जब तक कि इस वायरस के बारे में और जानकारी सामने नहीं आ जाती।

बकरियों और कुत्तों में पाए गए हैं Zoonotic Langya Virus के लक्षण

सीडीसी के उप महानिदेशक ने बताया कि अब तक घरेलू पशुओं पर किए गए सर्वेक्षण में बकरियों में 2% और कुत्तों में 5% मामले पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि 25 जंगली जानवरों की प्रजातियों पर किए गए परीक्षणों के नतीजे बताते हैं कि इस लंग्या हेनिपावायरस (Zoonotic Langya Virus) को फैलाने का मुख्य कारण छछूंदर (moles) हो सकता है।

इतना ही नहीं, न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में गुरुवार को प्रकाशित “चीन में ज्वर के रोगियों में एक जूनोटिक हेनिपावायरस” रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन में एक नए हेनिपावायरस की पहचान की गई है, जो मनुष्यों में ज्वर (बुखार) की बीमारी पैदा कर रहा है।

ALSO READ-साल्मोनेला बैक्टीरिया से दूषित दुनिया का सबसे बड़ा चॉकलेट प्लांट

चीन के शेडोंग-हेनान में मिले 35 मरीज, क्या हैं लक्षण

अब तक हुई जांच में पता चला है कि चीन के शानडोंग और हेनान प्रांतों में लैंग्या हेनिपावायरस से संक्रमित 35 मरीज मिले हैं। चुआंग ने कहा कि चीन में 35 मरीजों का आपस में कोई संपर्क नहीं रहा है, न ही इन मरीजों के परिवारों और करीबी रिश्तेदारों में कोई संक्रमित पाया गया है. उन्होंने बताया कि 35 में से 26 मरीजों में बुखार, थकान, खांसी, भूख न लगना, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द और उल्टी जैसे लक्षण पाए गए हैं. रोगियों में श्वेत रक्त कोशिकाओं में भी कमी देखी गई। इतना ही नहीं मरीजों में प्लेटलेट्स कम होना, लीवर फेल होना और किडनी फेल होना जैसे लक्षण भी पाए गए हैं।

ALSO READ-What is Monkey Pox Virus?, Symptoms, Treatment and Prevention Information in Hindi

कोरोना की वजह से चीन का विश्वभर में अपमान हुआ

जहां तक ​​COVID का संबंध है, चीन की शून्य-कोविड नीति के कारण शंघाई के निवासियों को अभूतपूर्व उपेक्षा, दुर्व्यवहार और परेशानियों का शिकार होना पड़ा है, सोशल मीडिया पर वीडियो लीक होने से सकल मानवाधिकारों (gross human rights) के उल्लंघन की पुष्टि हुई है। विश्व स्वास्थ्य सभा (WHA) में पर्यवेक्षक के रूप में भाग लेने के ताइवान के अनुरोध को 2022 में लगातार छठे वर्ष सम्मेलन से बाहर रखा गया क्योंकि चीनी सरकार ताइवान के प्रतिनिधित्व को रोक रही है।

कोविड वायरस से लड़ाई की ताइवान की हुई थी पशंसा

चीन ने जिस तरह से वह इसे (कोविड) प्रबंधित कर रहा था, और जिस तरह से वह केवल अपने हितों के बारे में चिंतित था, उस समय चीन पारदर्शी नहीं था।

दूसरी ओर, ताइवान दूसरों की तुलना में COVID संकट को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में सक्षम था और उन चुनौतियों के बारे में अधिक पारदर्शी भी था, इसलिए उस संदर्भ में ताइवान की बहुत सराहना की गई है, विशेषज्ञों का कहना है।

VISITE OUR OTHER BLOGS-

HISTORY STUDY

ONLINE HISTORY GK

SOURCES:ONLINE MEDIA SOURCES


Share This Post With Friends

Leave a Comment

Discover more from 𝓗𝓲𝓼𝓽𝓸𝓻𝔂 𝓘𝓷 𝓗𝓲𝓷𝓭𝓲

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading